लघु कथाएं

Monday, May 4, 2015

जूता

सआदत हसन मंटो
हुजूम ने रुख बदला और सर गंगाराम के वुत पर पिल पडा। लाठियां बरसाई गई, ईटें और पत्थर फेंके गए। एक  ने मुँह पर तारकोल मल दिया। दूसरे ने बहुत से पुराने जूते जमा लिए और उन का हार बना कर वुत के गले में डालने के लिए आर्ग बढा। मगर पुलिस आगई और गोलियों चलना शुरू हुईं। जूतों का हार पहनाने वाला जख्मी होगया। चुनांचे मरहम पट्टीके लिए उसे सर गंगाराम हस्पताल भेज दिया गया

No comments:

Post a Comment

टिप्पणियों से नवाजें